Axiom 4 Mission Launch – 25 जून 2025 को दोपहर 12:01 बजे IST पर, अमेरिकी फ्लोरिडा में केनेडी स्पेस सेंटर के LC‑39A लॉन्च पैड से निकाल कर, Axiom 4 Mission Launch का प्रक्षेपण सफलतापूर्वक हुआ। मिसाइल SpaceX के Falcon 9 रॉकेट पर सवार Crew Dragon ‘Grace’ कैप्सूल में, इस ऐतिहासिक उड़ान के रूप में भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन Shubhanshu Shukla लाइनअप में थे। इस मिशन ने भारतीय अंतरिक्ष इतिहास में गौरवशाली मोड़ स्थापित किया।
क्रू प्रोफ़ाइल
Axiom 4 का क्रू बहुराष्ट्रीय है:
- कमांडर: Peggy Whitson (पूर्व NASA Astronaut और Axiom के Human Spaceflight निदेशक)
- पायलट: Group Captain Shubhanshu Shukla (पहले भारतीय जो ISS पहुँचे)
- Mission Specialist: Sławosz Uznanski‑Wisniewski (Esa, पोलैंड)
- Mission Specialist: Tibor Kapu (HUNOR, हंगरी)
लॉन्च में देरी और चुनौतियाँ

Axiom 4 को शुरुआती तौर पर 10, 12, 18 और 22 जून को लॉन्च किया जाना था, लेकिन यह स्थिर नहीं हो पाया क्योंकि:
- Falcon 9 के लिकेज की वजह से
- ISS के रूसी Zvezda मॉड्यूल में हुआ लीकेज
- मौसम और अन्य तकनीकी कारणों से हमलों को स्थगित किया गया
अंततः सभी समस्याएँ ठीक हो गईं और मिशन 25 जून को सफलतापूर्वक लॉन्च हुआ।
कैप्सूल ‘Grace’ और डिटेल्स
SpaceX Crew Dragon Grace (C213):
• यह पांचवां और अंतिम Dragon 2 कैप्सूल है
• Falcon 9 Block‑5 फ़िस्ट स्टेज रॉकेट (serial B1094‑2) द्वारा लॉन्च किया गया
• Maiden flight यह Aura रखता है—इस पर “Grace” नामकरण लोगो द्वारा किया गया
रैंडेजवस एंड डॉकिंग
Dragon Grace ने लगभग 28 घंटे की यात्रा के बाद 26 जून 2025 को सुबह 6:31 UTC (IST दोपहर 4:01) पर ISS में “soft dock” किया। कुछ ही समय में “hard capture” क्रिया संपन्न हुई और 4:15 PM IST तक डॉकिंग पूरी हो गई।
वैज्ञानिकों ने पता लगाया कि Harmony मॉड्यूल में Dragon सफलतापूर्वक जुड़ गया था।
स्वागत समारोह

- ISS पर मौजूद Expedition‑73 टीम (NASA, JAXA, Roscosmos) ने नए क्रू का स्वागत किया
- Crew को हजते के साथ Gibson प्रदान किया गया
- Shukla भारत का 634वाँ अंतरिक्ष यात्री बने
- Hatch खुलने के बाद ताजगी भरा मुकाबला हुआ और स्वागत संदेश सुरक्षित रूप से विच किया गया
मिशन के लक्ष्य
Axiom 4 मिशन लगभग 14–21 दिन तक चलेगा, जिसमें अनुसंधान और शिक्षा के 60 से अधिक प्रयोग शामिल हैं।
भारत और NASA के सहयोग से पृथ्वी‑बाहरी स्थितियों में फेनुग्रीक और मूंग की माइक्रोग्रैविटी में खेती, ISRO‑DBT के प्रयोग, ग्लूकोज मॉनिटरिंग, इंसुलिन पेन परीक्षण जैसी गतिविधियाँ की जाएंगी ।
Read More – Fantastic Four First Steps: गैलेक्टस की एंट्री के साथ MCU का नया युग
भारत के लिए ऐतिहासिक महत्व
- Rakesh Sharma (1984) के बाद first Indian ISS पर पहुँचा
- Gaganyaan से पहले मानव स्पेस मिशन में भारत की तैयारी दिखायी गई
- हाल ही में भारत–US space cooperation की गहराई दिखायी गई—ट्रम्प और मोदी के वादे को पूरा करते हुए Axiom 4, ISS और Gaganyaan को अगली उड़ान के लिए प्रेरक रोल मॉडल बनाएगा
Shukla की भावनाएँ
अंतरिक्ष में कदम रखते ही उन्होंने कहा:
“Namaskar from space! What a ride it was… orbiting Earth at 7.5 km/s.”
“The tricolor on my shoulder reminds me of India… Jai Hind, Jai Bharat.”
उनका यह संदेश देशवासियों के लिए गर्व भरा था।
भविष्य के दृष्टिकोण
- Gaganyaan‑4 (2027) में Shukla का चयन भारतीय मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन की तैयारी है
- Axiom Missions के माध्यम से निजी अंतरिक्ष परियोजनाओं का विस्तार
- Diabetes‑related research का प्रयोग भविष्य में इंसुलिन संबंधित प्रोटोकॉल में बदलाव ला सकता है
निष्कर्ष (Axiom 4 Mission Launch)
Axiom 4 Mission Launch न सिर्फ तकनीकी उपलब्धि है, बल्कि भारत के लिए गर्व का क्षण है। 41 वर्षों के बाद मानव रूप में भारत की वापसी, अंतरराष्ट्रीय सहयोग, वैज्ञानिक शोध और अंतरिक्ष यात्राओं में निजी क्षेत्रों के योगदान की नींव रखता है।
यह सिर्फ एक लॉन्च नहीं, 21वीं सदी की अंतरिक्ष साझेदारी की मिसाल है—जिसे आने वाली पीढ़ियाँ प्रेरणा के रूप में देख पाएंगी।