ChatGPT Outage – आज के समय में जहां ज़्यादातर लोग अपने सवालों का जवाब, असाइनमेंट्स की मदद, और दफ्तर के कामों के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर निर्भर हो गए हैं, वहीं अगर AI कुछ वक्त के लिए भी बंद हो जाए तो कैसा लगेगा? कुछ ऐसा ही हुआ 10 जून 2025 को, जब दुनियाभर में लाखों लोगों के लिए OpenAI का ChatGPT अचानक काम करना बंद कर गया।
क्या हुआ ChatGPT के साथ?
भारतीय समयानुसार दोपहर करीब 2:45 बजे, कई यूज़र्स ने देखा कि ChatGPT न तो सवालों का जवाब दे रहा है और न ही कोई नया चैट खोल पा रहा है। जैसे-जैसे मिनट बीतते गए, यह परेशानी दुनियाभर में फैलती गई। भारत, अमेरिका, यूरोप और अन्य देशों में भी यही समस्या देखी गई।
इस ChatGPT Outage का असर ना सिर्फ वेबसाइट पर, बल्कि मोबाइल ऐप और API (जिससे दूसरी वेबसाइट्स ChatGPT से जुड़ती हैं) पर भी पड़ा। यह साल 2025 की सबसे बड़ी तकनीकी बाधा (technical outage) मानी जा रही है।
ChatGPT Outage: परेशानी और मज़ाक दोनों

जब ChatGPT ने जवाब देना बंद किया, तो सबसे पहले लोगों ने यह देखने के लिए ट्विटर (अब X) का रुख किया कि क्या समस्या सिर्फ उनके साथ हो रही है या सबके साथ। देखते ही देखते #ChatGPTDown ट्रेंड करने लगा।
कई लोगों ने इस मौके को मज़ाकिया अंदाज़ में लिया और सोशल मीडिया पर मीम्स की बाढ़ आ गई। एक यूज़र ने लिखा, “जब ChatGPT ही खुद के क्रैश के बारे में ट्वीट लिखने से मना कर दे तो समझो मामला गंभीर है!” एक अन्य यूज़र ने कहा, “ChatGPT बंद है, अब मुझे कोई पूछेगा कि मेरा नाम क्या है तो मैं कैसे बताऊंगा?”
इन मीम्स और ट्वीट्स से साफ पता चलता है कि लोग इस AI टूल पर कितने ज्यादा निर्भर हो चुके हैं।
किन-किन सेवाओं पर असर पड़ा?
OpenAI की ओर से दिए गए अपडेट के मुताबिक, निम्नलिखित सेवाओं पर असर पड़ा:
- ChatGPT वेब वर्ज़न (chat.openai.com)
- ChatGPT मोबाइल ऐप (iOS और Android)
- OpenAI API (जिनका उपयोग कई कंपनियां और वेबसाइट्स करती हैं)
- GPT Store और Custom GPTs
- DALL·E इमेज जनरेशन
इन सभी सेवाओं के काम न करने की वजह से लोगों को व्यक्तिगत, व्यावसायिक और शैक्षणिक स्तर पर भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
OpenAI की प्रतिक्रिया
Outage के कई घंटे बाद OpenAI की तकनीकी टीम ने बयान जारी कर बताया कि वे इस समस्या की जांच कर रहे हैं और जल्द से जल्द सेवा बहाल करने की कोशिश कर रहे हैं।
OpenAI की वेबसाइट पर यह लिखा गया:
“हम ChatGPT और अन्य सेवाओं में आ रही समस्याओं से अवगत हैं। हमारी इंजीनियरिंग टीम जांच कर रही है। पूरी तरह से रिकवरी में थोड़ा समय लग सकता है।”
हालांकि, इस वक्त तक (लेख लिखे जाने तक) OpenAI ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि इस ChatGPT Outage का असली कारण क्या था — क्या यह सर्वर फेलियर था, साइबर अटैक था, या कोई सॉफ्टवेयर बग?
भारत में असर: 800 से ज़्यादा शिकायतें

Downdetector जैसी वेबसाइट्स, जो इंटरनेट सेवाओं की स्थिति को ट्रैक करती हैं, उनके आंकड़ों के मुताबिक भारत में 800 से ज्यादा यूज़र्स ने शिकायत की कि ChatGPT काम नहीं कर रहा। इनमें से 88% यूज़र्स ने कहा कि चैट फंक्शन ही नहीं चल रहा, 8% को मोबाइल ऐप से दिक्कत थी, और 4% ने API इंटिग्रेशन में समस्या बताई।
अमेरिका में हालत और भी बदतर
अमेरिका में लगभग 1900 यूज़र्स ने समस्या की रिपोर्ट की। वहां 93% लोगों को ChatGPT से सीधे जुड़ी समस्याएं हुईं, जबकि 7% को ऐप और 1% को लॉगिन की परेशानी थी।
क्यों इतना महत्वपूर्ण है ChatGPT?
ChatGPT आज केवल एक चैटबॉट नहीं रहा। यह एक डिजिटल सहायक बन चुका है, जो:
- छात्रों को असाइनमेंट में मदद करता है,
- लेखकों को कंटेंट तैयार करने में सहयोग देता है,
- सॉफ्टवेयर डेवेलपर्स के लिए कोडिंग करता है,
- डॉक्टरों और वकीलों के शुरुआती रिसर्च में इस्तेमाल होता है,
- और आम लोगों की जानकारी की भूख शांत करता है।
ऐसे में जब यह सेवा कुछ घंटों के लिए भी बंद होती है, तो इसका असर करोड़ों लोगों पर पड़ता है।
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क्या ChatGPT Outage होना आम बात है?

तकनीकी सेवाओं में ChatGPT Outage कोई नई बात नहीं है। Amazon Web Services, Google, Facebook जैसी बड़ी कंपनियों के सर्वर भी कई बार ठप हो चुके हैं। मगर ChatGPT Outage इसलिए बड़ा बन गया क्योंकि आजकल बहुत सारे लोग इसके ऊपर निर्भर हैं और इसकी कार्यक्षमता के इतने ज्यादा इस्तेमाल हो रहे हैं कि इसकी अनुपस्थिति तुरंत नोटिस की जाती है।
क्या यह ChatGPT Outage भविष्य की चेतावनी है?
इस घटना ने एक बड़ी बात को उजागर किया — हम लोग तकनीक, खासकर AI पर कितने ज्यादा निर्भर हो चुके हैं। जब ChatGPT बंद हुआ, तो बहुत से लोगों को लगा कि जैसे उनका कोई महत्वपूर्ण सहायक गायब हो गया है।
यह घटना हमें याद दिलाती है कि:
- किसी भी तकनीक का बैकअप ज़रूरी है।
- पूरी तरह से किसी एक सेवा पर निर्भर होना जोखिम भरा हो सकता है।
- AI को हमें समझदारी से इस्तेमाल करना चाहिए — सपोर्ट के रूप में, न कि एकमात्र समाधान के रूप में।
भविष्य में क्या सुधार हो सकते हैं?
OpenAI जैसे बड़े संगठनों को चाहिए कि वे:
- अपने सर्वर सिस्टम को और मजबूत बनाएं।
- ChatGPT Outage की स्थिति में जल्दी और स्पष्ट कम्युनिकेशन करें।
- बैकअप सिस्टम तैयार रखें ताकि सर्विस जल्दी से बहाल हो सके।
- यूज़र्स को अलर्ट भेजें ताकि उन्हें समस्या के बारे में पता चल सके।
निष्कर्ष: मज़ाक के पीछे गंभीर सीख
जहां एक तरफ ChatGPT के बंद होने को लेकर मीम्स और चुटकुले वायरल हो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर यह एक गंभीर चेतावनी भी है कि हमें तकनीक के साथ-साथ मानवीय समझ और विकल्पों को भी बनाए रखना चाहिए।
ChatGPT जैसे AI टूल्स हमारी जिंदगी को आसान जरूर बनाते हैं, मगर हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि ये भी तकनीकी सिस्टम हैं, और इनका कभी-कभी फेल होना संभावित है।
जब अगली बार ChatGPT डाउन हो, तो घबराने के बजाय एक गहरी सांस लें, चाय पिएं और याद रखें — असली बुद्धि आपके भीतर है।